आपके जन्मदिन उत्सव पर
आज तुम जिंदगी की राहों में
छोड़ आई हो कितने ढेर से दिन
अब उन्हें ढूँढना भी मुशिकल है
अब वहां लौटना भी नामुमकिन.
यह नया साल की जिंदगी तुम्हें
झिलमिलाते चिराग दे जाये
जिनके एहसास से हो दुःख तुम्हें
हसरतों के वो दाग ले जाये
फिर जब आये यह जन्मदिन उत्सव
तुम मेरा गीत गुनगुना लेना
यूँ ही जब शाम डूबने को हो
रब से दुआ कर रहे हैं हम,
याद का एक "दिया" (दीपक) जला लेना.
आपके पास आये न कोई गम
आपके जन्मदिन पर खुदा से
यह मांगते हैं हम,
यह मांगते हैं हम,
हर कामयाबी चूमें आपके कदम".
"हो मुबारक यह जन्मदिन तुम्हें,
जहाँ तुम्हारा आबाद रहे,
जब तक दुनियां चलती रहे,
जब तक दुनियां चलती रहे,
तब तक तुम्हारी याद रहे"
"नववर्ष खुशियों भरा मिलें"
इस साल का हर दिन तुम्हें खुशियों भरा मिलें
जब भी मुझे मिलो तो बस हँसता हुआ मिलो
जिस राह भी तू जाये मंजिल की तलाश में
खुदा करें तुझे तेरी मंजिल का हर निशां मिले
हर सुबह तुझे इक नई ख़ुशी मिले
आपके जीवन का हर पल यूँ ही फूले-फले
पतझड़ कभी जो आये तो दुआ है मेरी
जिस राह भी तू जाये मंजिल की तलाश में
खुदा करें तुझे तेरी मंजिल का हर निशां मिले
हर सुबह तुझे इक नई ख़ुशी मिले
आपके जीवन का हर पल यूँ ही फूले-फले
पतझड़ कभी जो आये तो दुआ है मेरी
तुझे सदा फूलों-सा महकता चमन मिले.
वाह ! कमाल हो गया दोस्तों. आज( 20 अक्टूबर ) मेरे अलावा जिन चार अन्य दोस्तों का जन्मदिन है. उनमें से एक वकील Pawan Mowar Pranay , दूसरी गायिका Sonu Kakkar, तीसरी पत्रकार Vandana Singh और चौथे बिजनेस मैंन पवन जैन
है. यानि सभी समाज में अपना अपना योगदान दे रहे है. यह सब मेरी आई.डी में
शामिल दोस्त है. इसको कहते है कि जब देता है तो भगवान छप्पर फाड़ के देता
है. मैं अपने अन्य सभी दोस्तों के लिए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ और बहुत सारी शुभकामनाओं के साथ अपनी बात बस इन्ही शब्दों के साथ खत्म करता हूँ कि:-
"हमारी तरफ से जन्मदिवस पर ढेरों शुभकामनाएं और हार्दिक बधाई मित्र, सदैव
आपका जीवन सुखमय रहे. परमपिता आपको रोग दोष मुक्त जीवन प्रदान कर दीर्घायु
बनाये, माँ भारती की सेवा और रक्षा हेतु आपको और अधिक साहस,सामर्थ,
इच्छाशक्ति प्रदान करें, आप प्रगति पथ पर निरंतर उन्नति प्राप्त करें, आपकी
यश कीर्ति इस संसार के समस्त कोनों में सूर्य के प्रकाश की तरह ऊर्जा और
चन्द्रमा के प्रकाश की भांति शीतलता प्रदान करें, दुःख, शोक, भय आपको छूकर
भी ना निकले.उस सर्वशक्तिमान परमपिता परमेश्वर से यह प्रार्थना है कि मेरी
हर प्रार्थना को जो मैंने आपके लिए की है,वो पूर्ण हो."
दोस्तों
! एक ओर रोचक बात हम ओर सोनू कक्कड एक-दूसरे से मात्र पांच सौ मीटर की
दूरी पर रहते थें. मगर हम एक-दूसरे के दोस्त अभी कुछ समय पहले ही बने है.
वैसे इनके पिताश्री आदि हमें काफी समय से जानते हैं. उनके पापा के विज्ञापन
हमारे "शकुन्तला टाइम्स" में प्रकाशित
हुए है ओर मैंने "सोनू कक्कड-नेहा कक्कड" की काफी "माता की भेंटे"
पत्रकारिता के क्षेत्र में आने से पहले ही सुनी हुई है. बाद में कभी
प्रत्यक्ष रूप से सुनने का मौका नहीं मिला. वैसे सी.डी., टी.वी., सोनी
टी.वी., इंटरनेट आदि पर खूब सुना है. इसके अलावा ओर भी बहुत से रोचक तथ्य
है.
एक और याद इस लिंक को देखकर ताजा करें.